What is the BMS system?

इस लेख में हम बात करने जा रहें है Building Management System की। जिसको शार्ट में BMS भी कहा जाता है जोकि किसी भी प्रकार की बिल्डिंग में स्थापित किये गये उपकरणों को नियंत्रण करने के उपयोग में किया जाता है। चलिए फिर इस पर विस्तार से बात करते है इसको किस तरह से उपयोग और क्यों किसी भी बिल्डिंग में आवश्यक हैं।

BMS or BAS किसे कहते हैं? (What is the full form of BMS/BAS or What is the BMS or BAS system?)

Building management System को Building Automation System के नाम से भी जाना जाता है।

यह पूरी तरह से कंप्यूटर के माध्यम से इमारत में उपयोग होने वाली यांत्रिक, विद्युत, अग्नि सुरक्षा, बिल्डिंग सुरक्षा, जल सुरक्षा और वेंटिलेशन की निगरानी और बिल्डिंग में लगे उपकरणों में होने वाली मरम्मत की देखभाल कर सकते है,इसीलिये इसको बिल्डिंग नियंत्रण प्रणाली कहतें हैं।

बीएमएस सिस्टम की सहायता से हम कही भी और कभी बिल्डिंग की गतिविधि को इंटरनेट के माध्यम देख सकते हैं।

BMS से किसी भी इमारत में क्या-क्या नियंत्रण किया जा सकता हैं? (what controls can be done in any building with BMS?)

BAS सिस्टम से नीचे दी गई बिल्डिंग में उपयोग होने वाली सर्विसेज़ को नियंत्रण (Operate) किया जा सकता है जब यह सर्विसेज़ इमारत में कार्य करती है, इसको सेंसर के माध्यम से BAS सिस्टम के साथ जोड़ा जाता है।

BAS के माध्यम से किसी भी सर्विसेज़ को चलाया या बंद या उसका प्रतिक्रिया का आकड़े लिये जा सकते है फिर उन आकड़ों की सहायता से उनकी मरम्मत (maintenance) भी सकते है। अब आपको पता चल गया होगा कि बीएमएस के माध्यम से building में लगी सभी सर्विसेज़ को एक कंप्यूटर की सहायता से नियंत्रण कैसे करते हैं।

बिल्डिंग में उपयोग होने वाली सर्विसेज़ जोकि किसी भी तरह से बहुत ही महत्त्वपूर्ण होती है। अब आप यह जान गये होंगे इतनी सारी सर्विसेज़ को नियंत्रण करने के लिए बहुत सारी स्टाफ़ की ज़रूरत पड़तीं है और इस सिस्टम उपयोग करके सालाना लागत को कम किया जा सकता हैं।

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BMS सिस्टम में उपयोग होने वाले उपकरण क्या होते हैं? (What are the equipment used in BMS Systems?)

BMS सिस्टम में कई प्रकार के उपकरण उपयोग में लाए जाते है जोकि इस बात पर काफ़ी निर्भर करते है कि बिल्डिंग में उपयोग होने वाली सर्विसेज़ और बिल्डिंग को उपयोग करने वाले को किस प्रकार की जानकारी चाहता है। ये सारे उपकरणों को नियंत्रण करने के लिए अलग अलग प्रकार के सेंसर का उपयोग किया जाता हैं।

बीएमएस सिस्टम में उपयोग होने वाले उपकरण जिनको पाँच भागों में बाटा गया है:

  1. Field Device Sensor (क्षेत्र उपकरण सेंसर)
  2. DDC Panel (डीडीसी पेनल)
  3. Cables (केबल)
  4. Software ( सॉफ़्टवेयर)
  5. Computer ( कम्प्यूटर)

1. Field Device Sensor (क्षेत्र यंत्र सेंसर)

किसी भी उपकरण को ऑन या ऑफ या उसका स्टेटस जानने के लिए उपयोग में होने वाले सेंसर को उपकरण की जगह पर स्थापित किया जाता हैं। इस लिए सेंसर को क्षेत्र उपकरण सेंसर कहा जाता हैं।

क्षेत्र उपकरण सेंसर इमारत में उपयोग होने वाली सर्विस पर निर्भर करते है कि बिल्डिंग में उपयोग होने वाली सर्विसेज़ किस तरह की सर्विसेज़ को किस तरह के सेंसर की आव्यशकता होती है और यह अलग जानकारी के लिए अलग-अलग तरह के सेंसर होते है जोकि नींचे दिये हुवे है:

Air Temperature Sensor (हवा तापमान सेंसर)

हवा तापमान सेंसर की सहायता से हवा के तापमान की जाँच की जाता है, चाहें वह इमारत का अंदर या फिर बाहरी तापमान का पता लगाया जा सकता हैं। इसलिए इसको air duct में स्थापित करते है। 

Water Temperature Sensor (जल तापमान सेंसर)

जल तापमान सेंसर की सहायता से HVAC सिस्टम में उपयोग होने chilled water के तापमान की जाँच की जाता है, चाहें वह इमारत का अंदर आने वाला पानी या फिर इमारत के बाहर जाने वाला पानी तापमान का पता लगाया जा सकता है इसलिए इसको chilled water लाइन में स्थापित करते है जोकि chiller के in और out जुड़ी रहती हैं।

Relative humidity sensor (सापेक्षिक आर्द्रता सेंसर)

सापेक्षिक आर्द्रता सेंसर की सहायता से हवा में नमी की जाँच की जाता है, चाहें वह इमारत का अंदर या फिर बाहरी नमी का पता लगाया जा सकता हैं। इसलिए इसको इमारत में उपयोग होने वाली जगह या फिर बाहर स्थापित करते है।

Temperature Relative Humidity Sensor (तापमान सापेक्षिक आर्द्रता सेंसर)

तापमान सापेक्षिक आर्द्रता सेंसर की सहायता से हवा मी तापमान और नमी की जाँच की जाता है, चाहें वह इमारत के अंदर या फिर बाहरी तापमान या नामी का पता लगाया जा सकता हैं। इसलिए इसको air duct में स्थापित करते है।

Air Deferential switch (हवा स्विच )

हवा तापमान सेंसर की सहायता से हवा के निर्वाह की जाँच की जाता है, चाहें वह AHU से आने वाली या फिर AHU में जाने वाली हवा का पता लगाया जा सकता हैं। इसलिए इसको AHU में स्थापित करते है। हवा स्विच की सहायता से AHU में लगे फ़िल्टर के बंद होने का भी पता चल जाता हैं।

Water Deferential switch (जल स्विच )

जल स्विच सेंसर की सहायता से जल के निर्वाह की जाँच की जाता है, चाहें वह पम्प में आने वाली या फिर Pump से जाने वाले पानी का पता लगाया जा सकता हैं। इसलिए इसको पम्प के In और Out में स्थापित करते है। जल स्विच की सहायता से Y-Strainer में लगी जाली के बंद होने का भी पता चल जाता हैं।

Heat Sensor (अग्नि सेंसर)

गर्म सेंसर की सहायता से फॉल सीलिंग के ऊपर अचानक से लगने वाली आग की जाँच की जाता है, चाहें वह इमारत के अंदर या फिर बाहरी हिस्से में हो तो पता लगाया जा सके। इसलिए इसको इमारत के ऐसी जगह पर स्थापित करते है जहाँ पर जाने का रास्ता बहुत कम या फिर पहुँच से बाहर हों।

 

Water Sensor (जल सेंसर)

जल सेंसर की सहायता से फॉल सीलिंग के ऊपर पानी की जाने लाइन के आसपास की जाँच की जाता है, चाहें वह इमारत के अंदर या फिर बाहरी हिस्से में हो तो पता लगाया जा सकता हैं। इसलिए इसको इमारत के ऐसी जगह पर स्थापित करते है जहाँ पर जाने का रास्ता बहुत कम या फिर पहुँच से बाहर हों। इसकी सहायता से बिल्डिंग लगे ऐसे उपकरण या विद्युत उपकरणों को पानी के भीगने से बचाया जा सकता हैं।

Level Sensor (स्तर सेंसर)

स्तर सेंसर की सहायता से पानी के स्तर जाँच की जाता है जैसे हम सब जानते है किसी भी तरह की इमारत में पानी एक अहम भूमिका होतीं है इसलिए हरेक इमारत के बाहर पानी का टैंक होता है जोकि छत या अंडर ग्राउंड बनाते है जिसमें इमारत के उपयोग के लिए पानी को एकत्र किया जाता है इसके स्तर का पता लगाने के लिए लेवल सेंसर को टैंक के अंदर स्थापित किया जाता हैं।

Air Velocity Sensor (हवा वेग सेंसर)

किसी भी मौसम में हवा के वेग का पता लगाने के लिए हवा वेग सेंसर का उपयोग किया जाता है जिसको इमारत के बाहरी जगह पर स्थापित किया जाता हैं। इसको लगाने की महत्त्वपूर्ण वजह यह कि इसकी सहायता से इमारत में लगने वाली आग को कैसे नियंत्रण कर सकते हैं।

Air Direction Sensor (हवा दिशा सेंसर)

किसी भी मौसम में हवा के दिशा का पता लगाने के लिए हवा दिशा सेंसर का उपयोग किया जाता है जिसको इमारत के बाहरी जगह पर स्थापित किया जाता हैं। इसको लगाने की महत्त्वपूर्ण वजह यह कि इसकी सहायता से इमारत में लगने वाली आग की दिशा कैसे नियंत्रण कर सकते है, उसका पता चल जाता हैं।

Motion Sensor (गति सेंसर)

गति सेंसर को किसी भी बिल्डिंग मेन गेट को खोलने या बंद करने या लाइट को ओन/ऑफ के लिए किया जाता है यह बिल्डिंग में काम करने कर्मचारियों द्वारा होने वाली गति को सेंस करके नियंत्रण करता हैं। 

2. DDC Panel (डीडीसी पेनल)

DDC Panel की फुल फॉर्म Direct Digital Control Panel होती है, यह एक डिजिटल डिवाइज़ है क्योंकि इस पेनल में नियंत्रक यंत्र (Controller Device) लगे होते है। जोकि किसी भी उपकरण की स्थिति या प्रकिया को सॉफ्ट संकेत को इस नियंत्रक की सहायता से संकेत भेजकर नियंत्रण किया जा सकता है। इसलिए इसको Direct Digital Control Panel कहते हैं।

3. Cables (केबल)

क्षेत्र यंत्र सेंसर और डीडीसी पेनल को केबल के माध्यम से संयुक्त किया जाता है और एक केबल से विद्युत दी जाती है जोकि UPS Power supply होतीं हैं।

4. Software ( सॉफ़्टवेयर)

BMS System में सॉफ्टवेर के बिना कुछ नहीं किया जा सकता है इसलिए को क्षेत्र यंत्र सेंसर, बिल्डिंग में उपकरण और आवश्यकतानुसार configuration किया जाता है ताकि किसी भी उपकरण की स्थिति या प्रकिया को सही से नियंत्रक किया जा सके।

 

5. Computer ( कम्प्यूटर)

Computer को software के अनुसार चुना जाता है क्योंकि यह सॉफ़्टवेअर के लोड और उसकी configuration की आवश्यकतानुसार होता है ताकि computer में किसी भी बंद होने या रुकने की संभावना नहीं होनी चाहिये। computer किसी room में रख दिया जाता है जिसको BMS रुम या Control रूम कहते हैं।

 

इस पोस्ट में हमनें आपको Building management System or Building Automation system के बारे में बहुत डिटेल्स में बताया। अब आप BMS और उसके इस्तेमाल के बारे में अच्छे से जान होंगे। अगर आप हमसे कुछ पूछना चाहते है तो हमें कमेंट में लिखकर ज़रूर पूछें। आशा करते है आपको हमारा पोस्ट पसंद आया होगा।

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