इस पोस्ट में हम बात करने जा रहें है एयर कंडीशंनिंग की। जिसको शार्ट में ऐसी भी कहा जाता है और इसको आज के युग में कौन नहीं जनता है क्योंकि ऐसी घरों, अस्पताल, फैक्ट्री, डाटा सेंटर, शॉपिंग मॉल, सिनेमा, कार, बस, और ट्रेनों में लगे होते है ऐसी का उपयोग गर्मी से बचने के लिए किया जाता हैं चलिए फिर आज हम आपको ऐसी के बारे में विस्तार से बताते हैं।
सबसे पहले हम आपको बताते चलते है AC का अविष्कार अमेरिकन इंजीनियर विलिस हविलैंड कैर्रिएर ने सन 1902 में किया था। इसीलिए Willis Haviland Carrier को The Father of the Air Conditioner कहा जाता हैं।
एयर कंडीशनर (AC ) को कूलिंग लिए रूम के अंदर ज़रूरत के अनुसार तापमान बनाए रखने के लिए उपयोग किया जाता है।
The process of Air Conditioner: Air Conditioner is used for cooling that maintain the temperature inside the room as required.
एयर कंडीशंनिंग सिस्टम कैसे काम करता हैं? (How does air conditioning work?)
भोतिकी के दो नियम है जो हम ऐसी सिस्टम की आंतरिक कार्यप्रणाली बताने से पहले आपको समीक्षा कराना चाहते हैं। ऐसी इन नियमों के अनुसार ही कूलिंग करता है।
There are two laws of physics that we must review before explaining the internal functioning of air conditioning system.
1) संयुक्त गैस नियम कहता है कि जब कभी आप गैस को गर्म करते हो तो उसका प्रेशर भी बढ़ जाता हैं।या जब कभी गैस का प्रेशर बढ़ाते है उसकी गर्मी भी बढ़ जाती हैं।
According to Combined Gas Law if you heat up a gas, pressure also increases.
2) भौतिकी का दूसरा नियम गर्मी हमेशा गर्म से ठंडे की ओर जाती हैं। जैसे अगर हम किसी लोहे की रोड के एक सिरे को गर्म करते है तो कुछ समय बाद गर्मी रोड के दूसरे सिरे पर पहुँच जाती हैं इसे थर्मोडायनामिक का दूसरा नियम भी कहते हैं।
The second law of thermodynamics states that heat always flows from hotter to colder body naturally.
Read more—
एयर कंडीशंनिंग सिस्टम को विशिष्ट रूप से पांच भागो में बाटा जाता हैं। (The Fundamentals of Air Conditioning system.)
- कंप्रेसर (Compressor)
कंप्रेसर का काम गैस के दबाओ को बढ़ाना और गैस के आकार को कम करने का होता है इसलिए AC में कंप्रेसर का उपयोग किया जाता हैं। ये गैस (Refrigerant) का प्रेशर बढ़ा कर, इसके आयतन को कम कर देता हैं।
The work of the compressor that increases the gas pressure, reduces the gas volume.
- कंडेनसर (Condenser)
कंडेन्सर हाई प्रेशर गैस को कंप्रेसर से लेकर गैस को तरल (liquid) में बदल देता हैं।
The work of condenser is to receive the high pressure gas from the compressor and covert this gas to liquid and vapor into liquid.
Condenser का काम होता है जब compressor से आने वाली high pressure गैस Condenser Coil में पहुँचती है जहाँ पर एक Fan coil के पीछे लगा होता है Fan से हवा निकल कर Condenser Coil को ठंडा कर देती है Coil से निकली हुई हवा गर्म हो जाती है गैस coil के अंदर ठंडी होकर liquid में बदल जाती है और उस को Evaporator Coil में भेज देता हैं।
- बाष्पीकरण करनेवाला (Evaporator)
Evaporator जब liquid condenser से receive करते ही सीधे Evaporator Coil में भेज देता है ये AC compartment में Fan के आगे के हिस्से में लगी होती है जब भी हवा इन Row के माध्यम से ठंडा होकर गुज़रती हुई आपके रूम में पहुँचती है जिससे आपके में कूलिंग होनी शुरू जाती हैं।
The function of evaporator that absorbs heat to achieve cooling effect.
AC में दो भाग होते है एक को indoor कहते है जोकि आपके रूम में लगा होता है दूसरा outdoor जोकि बाहर होता हैं। Indoor में दो slot होते है एक supply air कहते है जहाँ से ठंडी हवा आती है और दूसरे को return air कहते है जहाँ से रूम की गर्म हवा लेता है ये हवा coil से टकरा पानी में बदल जाती है जो कि drain से बाहर आ जाती है जिसे Condensation Water कहते हैं। Evaporator एक प्रकार का heat Exchanger coil है जो कि Fin Row से बना होता है
- विस्तार वॉल्व (Expansion Valve)
Expansion Valve का उपयोग गैस के हाई प्रेशर को कम करने और गैस साइकिल को नियमित करने के लिए किया जाता हैं।
Expansion Valve is used for reduce the pressure of the gas in the gas cycle. It is usually mounted inline with tube that supplies liquid coolant to the evaporator.
- ब्लोवर (Blower)
ब्लोवर हवा को केवल उस जगह में प्रसारित करता है जहाँ आप हवा को भेजना चाहते हैं। (Blower circulates the air only area where you want to send the air.) ब्लोवर AC के evaporator Coil के आगे लगा होता है ये मोटर के साथ जोड़ा जाता है जब भी AC को चालू करते है सबसे पहले ब्लोवर ही घूमता है और हवा बाहर आने लगती हैं।
एयर कंडीशंनिंगमें हवा ठंडा को कितनी विधि होती हैं? (How many methods of air cooling are used in air conditioning?)
Air Conditioning System में हवा को ठंडा करने की दो विधि होती हैं।
- प्रत्यक्ष विस्तार प्रणाली (Direct Expansion System)
जब हम Ac में Compressor और Condenser के माध्यम से गैस (Refrigerant) को ठंडा करके evaporator coil में भेजते है तो हवा ठंडी coil से टकराकर रूम में पहुँचती है जिससे cooling शुरू हो जाती है इसे direct cooling कहते है, इस सिस्टम को Dx System कहा जाता हैं।
जैसे- Split Unit, Window Unit, Package Unit इत्यादि।
- अप्रत्यक्ष शीतलन प्रणाली (Indirect Cooling System)
जब हम Ac में Compressor और Condenser के माध्यम से गैस (Refrigerant) को ठंडा करके evaporator coil में भेजते है उसी समय एक पम्प की सहायता से पानी को evaporator coil से गुज़ारा जाता है जिससे पानी chilled हो जाता है फिर उस पानी को दूसरे पम्प की सहायता से बिल्डिंग के अंदर लगी indoor unit में भेजा जाता है वहाँ fan ब्लोवर की सहायता से हवा को indoor unit की cooling coil के माध्यम से गुज़ारा जाता है जिससे हवा coil से ठंडी होकर निकलती है और रूम में पहुँचते ही cooling शुरू कर देती है इसे indirect cooling कहते है, इस सिस्टम को indirect cooling system कहा जाता हैं। जैसे-Central Plant Unit.
उम्मीद करता हूँ आपको ये लेख पसंद आया होगा और आगे भी हम आपको ऐसी ही जानकारी देते रहेंगे। हम तहे से दिल से आपका धन्यवाद करते है, आपने अपना बहुमूल्य समय निकाल कर इस को पढ़ा, अगर आपके मन में कोई प्रशन हो तो हमें ज़रूर लिखें एक फिर से हम आपको को धन्यवाद कहते हैं।
Read more—