What is the drawing or history or definition or types?

ड्राइंग या रेखा-चित्र या नक्शा का हम सबसे नाम सुना हैं जिसने विश्व में अपना एक अहम भूमिका बनाई है और जिसे महान लोगों ने अपने अंदाज़ में ड्राइंग की पहचान कराई और खुद भी इतिहास रच दिया। चलिए फिर इस विषय पर विस्तार से चर्चा करते है।

ड्राइंग क्या हैं/ड्राइंग का इतिहास/ ड्राइंग की परिभाषा (What is the drawing or history or definition or types?)

अगर दुनिया में किसी भी इंसान के विचारों या योजना या कल्पना या ज्ञान या दृष्टि और या सुझाव की बात की जाए तो वह एक ड्राइंग बनाकर सब कुछ बता या समझा सकता है।

ड्राइंग का महत्व (Importance of Drawing)

ड्राइंग और इंजीनियरिंग ( Drawing and Engineering)

इंजीनियरिंग में ड्राइंग की बात की जाए तो बिना ड्राइंग के इंजीनियरिंग में कुछ भी नहीं किया सकता है। यह एक ऐसी कला है जिसमें आप डिज़ाइन, माप और किसी भी चीज़ का सही अनुमान व आकलन कर सकते है। जिसके द्वारा सही जानकारी प्राप्त हो जाती है।

इसके अलावा ड्राइंग का दूसरे विभागों में भी एक अलग ही महत्व है जिसमें बहुत ही महान चित्रकार, कलाकार, मूर्तिकार और रचनात्मक गुज़रें है। उन्होंने अपने ही अंदाज़ में कल्पना की जिसे इतिहास के पन्नों पर अमर कर दिया और इनको आज भी ड्राइंग के लिए याद किया जाता है।

ड्राइंग का प्रारंभिक इतिहास (Initial Hisistory of Drawing)

जब भी आप इतिहास पढ़कर देखेंगो तो प्राचीन काल में मानवों ने गुफाओं की दीवारों और चट्टानों पर चित्र बनाए है जोकि विभिन्न प्रकार के जानवरों और मानव की आकृतियों को दर्शातें थे और यह संचार के रूप में समाज के लिए उपयोग किये जाते थे। जो आज भी एक नक्काशी के रूप में जाने जाते है।

हज़ारों वर्षों के लिए प्राचीन संरचनाओं (Structure) और मशीनों के डिज़ाइन के लिए रेखाचित्र और चित्र का इस्तेमाल किया है जो कि काम करने वालों के लिए जानकारी प्रदान करने में सहायता करते है। इसलिए आज भी मशीनों और ईमारतों के निर्माण करने के लिए प्रारंभिक इंजीनियरिंग चित्र तेरहवीं और चौदहवीं शताब्दी में दिखाई देते है

इंजीनियरिंग ड्राइंग के मार्ग-निर्माता (Engineering Drawing of Pioneer)

इंजीनियरिंग ड्राइंग के निर्माताओं की बात जाए तो शुरूआत में सबसे ज़्यादा कलाकार और अविष्कारक थे।

जिसमें कुछ सबसे ज़्यादा प्रसिद्ध प्रारंभिक इंजीनियर, वैज्ञानिक,चित्रकार और मूर्तिकार इटली, इंग्लैंड और फ्रांस के नाम ज़्यादा सामने आते है जिनको उनकी कला के लिए जाना जाता है।

इटली के सेनिनो सेनिनी/Cennino Cennini (1370–1440) के अनुसार अगर आप एक चित्रकार बनना चाहतें है तो ड्राइंग के सभी हिस्सों और अंगों का अच्छे से अध्यन के साथ साथ अभ्यास भी करना पड़ता है तभी आप एक महान चित्रकार बन सकते है।

इटली के इंजीनियर चित्रकार लियोनार्डो दा विंची/Leonardo da Vinci के अनुसार सबसे पहले किसी भी चीज़ का चित्र बनाने के लिए पहले प्लान और फिर अनुमान होना बहुत ज़रूरी और अगला चीज़ के शरीर के हिस्सों को अच्छी तरह से खींचने की आदत होनी चाहिये उसके बाद प्रकृति से काम करना सीखे।

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इटली के मूर्तिकार माइकल एंजोलो/Michelangelo (1475–1564) के अनुसार जो कोई भी अगर इतना प्राप्त करले और ड्राइंग की शक्ति को आकर्षित करने की क्षमता को प्रदान कर सकता है तो वह एक महान खज़ाना रखता है।

इटली के चित्रकार टिटियन/ Titian (1490–1576) के अनुसार किसी भी ड्राइंग में चमकीले रंग ड्राइंग को अच्छा लगने के लिए नहीं भरें जाते है बल्कि आंकड़ो की सही जानकारी बताती है।

इटली के इंजीनियर जियोर्जियो वासारी/Giorgio Vasari (1511–1574) के अनुसार मनुष्य तब तक एक अच्छा सुनार नहीं माना जाता है जब तक कि वह अच्छी तरह से आकर्षित न कर सके।

इटली के चित्रकार टिनटोरेटो/Tintoretto (1518–1594) के अनुसार सुन्दर रंगों को दुकानों से खरीदा जा सकता है लेकिन एक अच्छी ड्राइंग केवल विशेष योग्यता वाले कलाकार से ही खरीदी जा सकती है जिसको उसने अपनी रातों को जागकर अध्यन से बनाया हो।

फ्रांस के चित्रकार अगस्टे डोमिनिक इंग्रेस/Auguste-Dominique Ingres (1780–1867) के अनुसार ड्राइंग किसी भी कला की एक दिखावत है जिसे खींचने का मतलब आकृति को बनाना या रेखा नहीं होती है बल्कि यह एक प्लान, मॉडल, रूप और एक संकेत है जिसके बाद देखा जाता है कि क्या बचा हुआ है।

इंग्लैंड के चित्रकार जॉन रस्किन/ John-Ruskin (1819–1900) के अनुसार लिखाई की तुलना में ड्राइंग की कला मनुष्य के लिए अधिक महत्त्व रखती है इसलिए ड्राइंग को लिखाई की तरह सीखना चाहिये।

इंग्लैंड के चित्रकार केमिली पिसारो/Camille Pissarro (1831–1903) के अनुसार अक्सर हर चीज़ की ड्राइंग को लगातार अंकित करने से एक दिन मालूम होता है कि आपने किसी चीज़ को उसके असली रूप में तैयार किया है।

फ्रांस के कलाकार चित्रकार पॉल सेज़न/Paul Cezanne (1839–1906) के अनुसार सटीक चित्र बनाने के लिए रंग का मेल मिलना चाहिये। क्योंकि ड्राइंग और रंग अलग चीज़ नहीं है।

फ्रांस के चित्रकार पेंटर आंद्रे एल होटे/Andre Lhote (1885–1962) के अनुसार अगर कोई ड्राइंग में सही रंग भरना सीखना चाहतें है तो ड्राइंग रंग भरने के लिए पहले से जगह आरक्षित कर देती है जिससे आसानी से रंग पेंट किया जा सकता है।

हमनें आपको कुछ महान चित्रकारों, मूर्तिकारों और पेंटरों का परिचय दिया और अब आपकी समझ में आ गया होगा कि ड्राइंग का किसी भी चीज़ को बनाने में कितना महत्व होता है जिससे हमें सही नापतोल का अंदाजा और कैसे बनाना व लगाना होता है। चलिए अब जानते है इंजीनियरिंग में ड्राइंग को किस प्रकार से देखा जाता है।

1. प्रस्तुत ड्राइंग (Submission drawing)

किसी भी चीज़ का निर्माण किये जाने से पहले एक मुख्य योजना (Key Plan) को तैयार किया जाता है फिर एक परिस्थिति योजना (Layout) बनाई जाती है उसके बाद जिसमें यह स्पष्ट करना होता है ड्राइंग में दी गई जानकारी सरकारी नियम के अनुसार होनी चाहिये। और सरकारी नियम हरेक प्रदेश में अलग-अलग भी हो सकते है। फिर ड्राइंग को ग्राहक के साथ साझा किया जाता है। इस ड्राइंग को प्रस्तुत ड्राइंग कहतें है।

2. अनुमोदन ड्राइंग (Approval Drawing)

ग्राहक के अनुसार ड्राइंग की पुष्टि करने के बाद फिर ड्राइंग की एक स्तर पर जांच और अनुमोदन के लिए सरकारी दफ़्तर से पुष्टि कराई जाती है ताकि सरकारी निर्माण नियम के अनुसार उसमें हरेक सर्विस, निर्माण क्षेत्र और खाली क्षेत्र होना चाहिये। अगर ड्राइंग में किसी भी प्रकार की कमी होने पर प्रतिबंध लग सकता है। इसलिए इसका अनुमोदन होना बहुत ही ज़रूरी होता है क्योंकि अगर बिना पुष्टि किये ड्राइंग से निर्माण किया गया तो वह गैरक़ानूनी माना जाएगा इसलिए इस ड्राइंग को अनुमोदन ड्राइंग कहतें है।

3.प्रस्ताव ड्राइंग (Tender Drawing)

जब किसी भी चीज़ का एक किप्लान तैयार हो जाने के बाद उसके हिसाब से ड्राइंग को बनाया जाता है जिसके आधार पर हरेक चीज़ की मात्रा और मूल्यांकन करते है। जिसको टेंडर ड्राइंग कहतें है।

किसी भी ड्राइंग को सलाहकार कंपनी द्वारा बन वाया जाता है चाहे वह प्रस्तुत ड्राइंग हो या फिर अनुमोदन ड्राइंग हो या फिर टेंडर ड्राइंग हो। क्योंकि सलाहकार कंपनी विशेषज्ञ माने जाते है।

4. शॉप ड्राइंग (Shop Drawing)

शॉप ड्राइंग को कांट्रेक्टर द्वारा बनाया जाता है जिसमें वह किसी भी चीज़ की मात्रा और नीति को चेक करता है। उसके बाद साइट के हिसाब से विचार करता है। फिर उस ड्राइंग को सलाहकार कंपनी से पुष्टि कराता है। जिसे शॉप ड्राइंग कहा जाता है।

5. निर्माण के लिए अच्छा ड्राइंग (GFC Drawing)

कांट्रेक्टर द्वारा बनाई गई शॉप ड्राइंग को एक सलाहकार कंपनी (Consultant Company) का डिज़ाइन इंजीनियर ड्राइंग को चेक करके पुष्टि करता है और उस ड्राइंग पर निर्माण के लिए अच्छा की स्टेम्प (Good For Construction Stamp) लगाता है जिसे GFC ड्राइंग कहतें है। क्योंकि सरकारी नियम के अनुसार बिना ड्राइंग पर GFC स्टेम्प के निर्माण नहीं किया जा सकता है।

6. जैसा की बना (As Built)

किसी भी चीज़ का निर्माण GFC ड्राइंग के हिसाब से किया जाता है लेकिन निर्माण करते समय कभी-कभी कुछ परिवर्तन भी हो सकता है। फिर उस चीज़ को किये गए परिवर्तन के साथ सम्पूर्ण रूप से बना दिया जाता है। उसके बाद उसी तरह से ड्राइंग में भी परिवर्तन किया जाता है जैसा बना हो। इसलिए इस ड्राइंग को एज़ बिल्ट ड्राइंग (As बिल्ट Drawing) कहा जाता है।

7. सामान्य व्यवस्था ड्राइंग (GA Drawing)

जब किसी भी प्रक्रिया या योजना की शुरुआत करने के लिए एक सामान्य व्यवस्था ड्राइंग की ज़रूरत होती है जिसमें मुख्य रूप से उपकारणों की दूरी, लम्बाई, चौड़ाई और ऊंचाई दी गई होता है जिससे पता चल जाता है उपकारणों को कितने क्षेत्र की आवश्यकता है। कभी-कभी इस ड्राइंग का उपयोग मुख्य रुप से स्थान,एंकरिंग,कनेक्शन रख रखाव के लिए भी करते है।

इस पोस्ट में हमनें आपको ड्राइंग और उसके आकार को बहुत details में बताया। अब आप ड्राइंग और उसके आकार के बारे में अच्छे से जान होंगे। अगर आप हमसे कुछ पूछना चाहते है तो हमें कमेंट में लिखकर ज़रूर पूछें। आशा करते है आपको हमारा पोस्ट पसंद आया होगा।

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