इस पोस्ट में हम बात करने जा रहें है ऊष्मा की। जिसके कारण किसी भी वस्तु को छु कर गर्म या ठंडा यह पता लगाया जा सकता हैं। जोकि किसी भी वस्तु का उसके तापमान से पता चलता है। यही तापमान उस वस्तु की ऊष्मा भी बताता हैं। चलिए फिर इस पर विस्तार से बात करते है इसको किस तरह से विज्ञानिको बताया हैं।
ऊष्मा के द्वारा पूरी दुनिया आगे बढ़ती है क्योंकि ऊष्मा ही उर्जा का रूप एक होता है या ये भी कह सकते उर्जा को ऊष्मा हैं। अगर ऊष्मा नहीं होगी तो कुछ भी नहीं हो सकता है, जैसा हम सब जानते है ऊष्मा पर सबसे पहले खोज करने वाले विज्ञानिक का नाम James Prescott Joule था। इनका जन्म (24 December 1818 – 11 October 1889) Salford, Lancashire इंग्लैंड में हुआ था।
James Joule एक Physicist और Mathematician थे। Joule सन 1843 ने बताया कि ऊष्मा को एक रूप से दूसरे में बदला जा सकता हैं इसलिए इसे First Law of Thermodynamics भी कहते हैं। इसका मात्रक या Unit Joule (J) होता हैं।
ऊष्मा का क्या अर्थ हैं? (What is the definition of Heat?)
अगर हम बात करे ऊष्मा की परिभाषा कि तो आपको ऊष्मा की बहुत सारी परिभाषा मिलेंगी, हम ऊष्मा को कुछ विज्ञानिको के अनुसार दी गई परिभाषा और प्रायोगिक दोनो की सहायता से समझेंगे। जब भी ऊष्मा की बात होती हैं तों ऊष्मागतिकी का पहला नियम (The first law of thermodynamics) को कौन भूल सकता हैं|
Heat is a form of energy it cannot be created or destroyed or Heat can be converted from one form into another or Heat can be transferred between systems or objects with different temperatures.
इस नियम से हमें पता चलता हैं कि ऊष्मा एक energy का रूप हैं जिसे बनाया या खतम नहीं किया जा सकता हैं।
या फिर ऊष्मा को ऐक चीज़ से दूसरी चीज़ में अलग-अलग तापमान के साथ भेजा जा सकता हैं।
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ऊष्मा को उर्जा में नापते हैं जिसकी मात्रक कैलोरी या जूल (Calories or Joules) होती हैं।
(I) उदाहरण से समझते है-सोलर के बारे में आपने सुना ही होगा। यें सुर्य के तापमान पर काम करता हैं। इस सिस्टम में Solar Energy को Electrical Energy में बदल देते हैं। जिसे Solar System के नाम से जानते हैं।
(II) उदाहरण से समझते हैं- जब हम किसी लोहे की रोड का सिरा किसी मोमपत्ति में गर्म करते हैं तो कुछ समय बाद रोड गर्म होने लगती हैं और ऊष्माt चलकर रोड के सिरे तक पहुँच जाती हैं जिससे की हमें पता चलता हैं ऊष्मा चलन करते हुए रोड के सिरे तक पहुँच जाती हैं।
Heat कितनी तरह की होती हैं?
1. संवेदनशील ऊष्मा (Sensible Heat)
जब किसी चीज़ का तापमान बदलते समय उसमें जो ऊर्जा की ज़रूरत होती है और उस चीज़ में कोई बदलाव नहीं आता है उसे संवेदनशील ऊष्मा कहते हैं।
उदाहरण से समझते है- इसको समझने के लिए हम 1 गिलास पानी लेते है जिसका तापमान मान लेते 15C है और हम इसको 100C तक गर्म करते है हम देखते है पानी उबलने लगता है तो पानी ने 15C से 100C तक उबलने में जो ऊष्मा पानी द्वारा ली गई उसको संवेदनशील ऊष्मा कहते हैं।
2. Latent Heat (गुप्त ऊष्मा)
जब कोई चीज़ गर्मी बाहर निकाले या अपने अंदर गर्मी लेती है तो उस चीज़ द्वारा ली गई ऊर्जा को गुप्त ऊष्मा कहते हैं।
उदाहरण से समझते है- इसको समझने के लिए हम 1 बर्फ का टुकड़ा लेते है हम देखते है बर्फ पानी में बदलनी शुरू हो जाती है उस समय बर्फ से कुछ भाप बाहर निकलती है तो बर्फ द्वारा ली गई ऊर्जा को उसकी गुप्त ऊष्मा कहते हैं।
मुझे आशा है कि अब ऊष्मा का आधार पता चल चुका है, और आगे बात करते है ऊष्मा चलन कैसे और कितनी तरह से होता हैं।
Three types of heat flow-
1. Conduction (ताप चालन)
Conduction is one of the ways that when heat can transfer one place to another is called conduction.
जब ऊष्मा एक स्थान से दूसरे स्थान पर चली जाती है उसे ऊष्मा का Conduction या ताप चालन कहते हैं।
उदाहरण से समझते है- जब हम किसी टी पैन में पानी इलेक्ट्रिक स्टोव पर रख कर गर्म करते है तो हम देखते है स्टोव टी पेन को गर्म करता है और टी पैन पानी को गर्म करता करते हुए टी पैन के हैंडल को भी गर्म कर देता है तो हमने देखा टी पैन की तली से चलकर हैंडल पर पहुँच जाती है इसे ही Heat Conduction या ताप चालन कहते हैं।
2. गर्मी संवहन (Convection)
Convection is one of the ways that when heat can transfer through air or liquid by movement is called Convection.
जब ऊष्मा हवा या तरल (जैसे पानी) के माध्यम से चली जाती है ऊष्मा का convection या संवहन कहते हैं।
उदाहरण से समझते है- जब हम किसी टी पैन में पानी इलेक्ट्रिक स्टोव पर रख कर गर्म करते है तो हम देखते है स्टोव टी पैन की तली को गर्म करता है, टी पैन की तली द्वारा पानी को गर्म करना ही Heat Convection या गर्मी संवहन कहलाता हैं।
3. विकिरण (Radiation)
Radiation is one of the ways that when heat can transfer by waves is called radiation.
जब ऊष्मा तरंगो के माध्यम से चली जाती है उसे ऊष्मा का Radiation या विकिरण कहते हैं।
उदाहरण से समझते है- जब हम किसी टी पैन में पानी इलेक्ट्रिक स्टोव पर रख कर गर्म करते है तो हम देखते है स्टोव से टीपैन की तली के बीच में तरंगे होती है जो कि स्टोव के बर्नर से निकलती है तो तरंगेद्वारा टीपैन की तली को गर्म करना ही Heat Radiation या गर्मी विकिरण कहलाता हैं।
इस पोस्ट में हमनें आपको ऊष्मा के बारे में बहुत विस्तार में बताया। अब आप ऊष्मा और उसके इस्तेमाल के बारे में अच्छे से जान होंगे। अगर आप हमसे कुछ पूछना चाहते है तो हमें कमेंट में लिखकर ज़रूर पूछें। आशा करते है आपको हमारा पोस्ट पसंद आया होगा। यह पूरी जानकारी www.jobmep.com ब्लॉग पर उपलब्ध रहेगी।
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